मुंबई
मुंबई के कुर्ला में भयानक हादसा हुआ है। सार्वजनिक परिवहन सेवा ‘बेस्ट’ की एक बस ने सोमवार रात पैदल यात्रियों और कुछ वाहनों को टक्कर मार दी। इससे 6 लोगों की मौत हो गई और 30 लोग घायल हो गए। पुलिस और बीएमसी के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बीएमसी के अधिकारियों ने बताया कि ऐसा संदेह है कि कुर्ला में बीएमसी एलवार्ड के पास यह दुर्घटना बस के ब्रेक में गड़बड़ी होने के कारण हुई। उन्होंने बताया कि बस चालक को हिरासत में ले लिया गया है।
कैसे हुआ हादसा?
बीएमसी ने बताया कि बेस्ट बस के चालक ने मार्ग संख्या 332 पर वाहन पर से अपना नियंत्रण खो दिया और बस ने पैदल यात्रियों एवं कुछ वाहनों को टक्कर मार दी। उन्होंने बताया कि इसके बाद बेस्ट की बस बुद्ध कॉलोनी नामक एक आवासीय सोसायटी में घुस गई और फिर रुक गई। अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना स्थल से तीन लोगों को मृत अवस्था में पास के भाभा अस्पताल लाया गया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में एक किशोरी समेत 30 घायलों का इलाज जारी है।
1 दिसंबर को ही शुरू की थी नौकरी
आरोपी ड्राइवर को आज दोपहर दो बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा. वहीं, BEST की तकनीकी टीम बस की खराबी की जांच करेगी. यह भी पता चला है कि संजय मोरे ने एक दिसंबर को ही ड्राइवर के तौर पर बेस्ट की नौकरी ज्वॉइन की थी.
बता दें कि सोमवार रात करीब पौने 10 बजे BEST की 332 नंबर की बस ने बेकाबू होकर कई गाड़ियों को टक्कर मार दी थी. बस ने करीब 30 लोगों को कुचलते हुए एक सोसाइटी की दीवार भी तोड़ दी थी. इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 26 लोग घायल हुए थे. मरने वालों में 3 पुरुष और 3 महिलाएं हैं. बेकाबू बेस्ट बस ने कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया है.
जानकारी के मुताबिक, बस कुर्ला से अंधेरी जा रही थी तभी अंबेडकर नगर में बुद्ध कॉलोनी के पास बस अनियंत्रित हो गई. बस ने 30 लोगों को कुचल दिया. हादसे के बाद घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया.
कुछ घायलों की हालत नाजुक
घायलों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। दुर्घटना में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने बताया कि बस की पंजीकरण संख्या एमएच01-ईएम-8228 है। उन्होंने बताया कि यह बस कुर्ला रेलवे स्टेशन से अंधेरी जा रही थी, तभी यह दुर्घटना हुई। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 12 मीटर लंबी यह इलेक्ट्रिक बस हैदराबाद स्थित ‘ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक’ द्वारा निर्मित है और इसे बेस्ट ने पट्टे पर लिया था। उन्होंने बताया कि ऐसी बसों के चालक निजी ऑपरेटर की ओर से उपलब्ध कराए जाते हैं।
तीन महीने पुरानी है बस
तारदेव क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के एक अधिकारी ने कहा कि बस सिर्फ तीन महीने पुरानी है। इसे इस साल 20 अगस्त को ईवीईवाई ट्रांस नामक कंपनी के नाम पर पंजीकृत किया गया है। ‘बेस्ट’ अधिकारियों ने कहा कि घटनास्थल पर भीड़ के कारण उन्हें जांच करने में परेशानी हो रही है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।